ईईह्ह्ह्ह. इ का कर बैठे धोनी भैया!!!!! मतलब हम भी बिहार के ही हैं. तो का हुआ जो आप झारखण्ड के हैं . अरे झारखण्ड भी तो बिहार के पीछे से ही निकला है न जी. और फिर अपना पढाई लिखी भी तो हम रांची से ही किये हैं. का फरक पड़ता है जो हम आपके राईभाल स्कूल में पढ़ते थे? फिर भी भैया तो कह ही सकते हैं न. खैर छोरिये, पर ई का कर डाले? अरे दीपिका, प्रियंका, कटरीना और पता नहीं कौन कौन को छोड़ कर आप कहाँ ई साक्षी के पल्लू में डेरा जमा लिए. और तो और हमको बताये भी नहीं . अरे हम आपके सबसे बड़े फैन , कूलर, एः सी जो ठहरे. अरे हमको ही लगा लेते विवाह मंडप में. मुंहवा से फूँक फूँक कर आपको ठंडा कर देते. अरे साक्षी जी को देख कर ठंडा ठंडा आहें निकलता सो अलग. अरे जलन का नहीं . हमको गलत मत समझिएगा. अरे आप पर दया भावना का आहें निकलता. पूरा बर्बाद कर दिया हमारा लड़का को. तिलक विलक मिला की नहीं?
अरे का का सपना सब नहीं देखे थे हम आपको ले कर. सब का गुर गोबर बना के ऊपर से मन भर पानी और उड़ेल दिया. जो की गोबर से लीपी पुताई भी न हो!! अरे हमरे सपना में रोज आप आते थे. बस शकल हमरी होती थी. पर होते आप ही थे. काहे की जब आप बाल कटाए न तो फिर हमरे सपने में भी हमारे बाल कट गए. तो फिर हम समझ गए की ई तो साक्षात् महाप्रभु ही हैं . और इस से भी अच्छी बात बतावें. अरे आप के साथ होती थी हमारी स्वप्न सुंदरी लोग. कभी हम दीपिका के गले में हाथ रख के गुटर गूं कर रहे होते थे. और कभी हम देखते थे की हमारे पीछे सलमान खान काले हिरन पर बैठ कर हाथ में बड़ा सा मोटा सा सोंटा लेकर हमारे पीछे हमको गरियाता हुआ भागा आ रहा है . और हम कटरीना को ले कर अपनी राजदूत फटफटिया से फुर्र होते जा रहे हैं . और देखे का पता है, सलमान रास्ते में ही गिर जात है. अरे वो उस काले हिरन को मार के खा जाता है न. और हम कटरीना को ले कर …….. अब माना की उ आप ही होते हैं, पर सपने में भी हमरी कुछ गोपनीयता रहनी चाहिए की नहीं. जहाँ देखो मुंह उठता कर चले आते हैं!!! और एक बार तो प्रियंका……खैर छोरिये अब का ही हम भगजोगनी की तरह टिमटिमआयें. अब का हमरे सपना में अब ऊ साक्षी जी आएँगी? और हम का उनको लोरी सुनायेंगे? की हमारे साथ वो आके पोशम्पा भाई पोशम्पा खेलेंगी? आपके लिए तो परफेक्ट रहेगी, ज़िन्दगी भर बैठ के हुकुम चलाइयेगा बच्ची पर. पर हमारा तो सोच लिया होता न!! अरे हमारा नहीं तो हमारे सपने का ही सोच लिया होता. कहाँ दीपिका और कहाँ साक्षी . सपनवा नहीं बताने में भी मज़ा नहीं आएगा. अरे उसे अच्छी तो हमारी भैंसिया ही है हाँ. अरे कम से कम गोबर तो देती है शुद्ध. उसमे पानी तो नहीं डालती मन भर.
और का पता कौन कौन ऊहाँ आया होगा? हमको तो आप दुरदुराय ही दिए. अब बाद में ई मत बांचियेगा की हम कार्ड तो भेजे थे पर पहुंचा नहीं. काहे की हमको पता है की आपकी शादी में कार्ड नहीं पास भेजे गए हैं. खैर हम पोस्ट मास्टर से पूछते हैं कहीं ऊ तो नहीं दबा गया ससुरा. हम आते तो क्या पता चार आना सपना हमरा बच ही जाता. कोई आ ही गयी होती. कोई मिल ही गयी होती. अब ई मत समझिएगा की हम अपनी औकात को भूल गए हैं. वैसे किशन भगवान् और लालू जी हमारी ही बिरादरी से ही हैं. वैसे तो गांधारी ने हमारे कुल को आमूल चूल नष्ट हो जाने का श्राप दिया था. पर हम बच गए, लालू जी के साथ. ही ही ही. पर हैं तो हम ग्वाले ही की औकात के ना. पर सपना चाहे अमिताभ का हो या हमारा, वो तो औकात नहीं देखता न. सो, वही हमारे सपने में भी दू आना चार आना बच जाता अगर आप बुलाय लेते.
पर बुलाया किसको आपने. ऊ धूम के धुआं को. अरे ऊ तो जिंदा बच भी नहीं पाया था. हृतिक तो बच भी गया था. और उसके पास तो एक भैंसिया तो पहले से ही है. बिपासा कहते है न उसको. ऊ का करेगा सपना सजा के? और किसको तो बुलाये!! सुरेश रैना को . अरे जिसके नाम में ही रैना है ऊ आपके ज़िन्दगी में का खा के सवेरा करेगा? देखिएगा ऊ पक्का आपकी साक्षी जी पर लाइन वा मारेगा. अब का करें ई साक्षी जी के लिए “भाभी” शब्द जबान से फिसलिये न रहा है न. इहाँ हम का का नहीं सोचे थे आपकी दुल्हनिया की लेकर और आप ई साक्षी के साथ अग्नि का साक्षी ले बैठे. और हमको बुलाये भी नहीं. हम होते तो का पता हमरे नाम अकलू से आपको थोड़ी सी अक्कल ही आ जाती. अरे हम तो तभी से आपका फैन कूलर बने बैठे हैं जबसे हमको पता लगा की आप दिन में 4 किल्लो दूध पीते हैं शुद्ध. पाकिट वाला नहीं. ई अमूल और मदर देरी तो हमरा धंधा का इतना नुक्सान कर चूका है न की का बतावें जितना की बिना पानी मिलाये दूध बेचना भी नहीं किया. हमको लगा की कोई और हमारा ख्याल करे न करे , आप तो कीजियेगा ही. अब आपके यहाँ शुद्ध पनीर कैसे बनेगा , हमको तो फिकर हो रहा है. हमरा सपना गया सो गया. पर ई तो विवाह है न जी.
खैर , अपने रिसेप्सन में ई देख लीजियेगा की ऊ बिपाशा भैंसी हमारी भैंसिया के सामने न फटके . ऊ का है न की उसको जलन हो गया तो. रिसेप्सन का कार्ड अभी तक तो नहीं आया है, पर शादी में तो हम ज़ब्त कर गए. अब ना आये तो आप बुरा नहीं मान जाइयेगा. और हमको कार्ड का का ज़रुरत? अरे दूध नहीं चाहिए का अब? बाकी बात सब रिसेप्सन में आ कर करेंगे. और हाँ , आपको शादी का बहुत बहुत मुबारकबाद.
अरे का का सपना सब नहीं देखे थे हम आपको ले कर. सब का गुर गोबर बना के ऊपर से मन भर पानी और उड़ेल दिया. जो की गोबर से लीपी पुताई भी न हो!! अरे हमरे सपना में रोज आप आते थे. बस शकल हमरी होती थी. पर होते आप ही थे. काहे की जब आप बाल कटाए न तो फिर हमरे सपने में भी हमारे बाल कट गए. तो फिर हम समझ गए की ई तो साक्षात् महाप्रभु ही हैं . और इस से भी अच्छी बात बतावें. अरे आप के साथ होती थी हमारी स्वप्न सुंदरी लोग. कभी हम दीपिका के गले में हाथ रख के गुटर गूं कर रहे होते थे. और कभी हम देखते थे की हमारे पीछे सलमान खान काले हिरन पर बैठ कर हाथ में बड़ा सा मोटा सा सोंटा लेकर हमारे पीछे हमको गरियाता हुआ भागा आ रहा है . और हम कटरीना को ले कर अपनी राजदूत फटफटिया से फुर्र होते जा रहे हैं . और देखे का पता है, सलमान रास्ते में ही गिर जात है. अरे वो उस काले हिरन को मार के खा जाता है न. और हम कटरीना को ले कर …….. अब माना की उ आप ही होते हैं, पर सपने में भी हमरी कुछ गोपनीयता रहनी चाहिए की नहीं. जहाँ देखो मुंह उठता कर चले आते हैं!!! और एक बार तो प्रियंका……खैर छोरिये अब का ही हम भगजोगनी की तरह टिमटिमआयें. अब का हमरे सपना में अब ऊ साक्षी जी आएँगी? और हम का उनको लोरी सुनायेंगे? की हमारे साथ वो आके पोशम्पा भाई पोशम्पा खेलेंगी? आपके लिए तो परफेक्ट रहेगी, ज़िन्दगी भर बैठ के हुकुम चलाइयेगा बच्ची पर. पर हमारा तो सोच लिया होता न!! अरे हमारा नहीं तो हमारे सपने का ही सोच लिया होता. कहाँ दीपिका और कहाँ साक्षी . सपनवा नहीं बताने में भी मज़ा नहीं आएगा. अरे उसे अच्छी तो हमारी भैंसिया ही है हाँ. अरे कम से कम गोबर तो देती है शुद्ध. उसमे पानी तो नहीं डालती मन भर.
और का पता कौन कौन ऊहाँ आया होगा? हमको तो आप दुरदुराय ही दिए. अब बाद में ई मत बांचियेगा की हम कार्ड तो भेजे थे पर पहुंचा नहीं. काहे की हमको पता है की आपकी शादी में कार्ड नहीं पास भेजे गए हैं. खैर हम पोस्ट मास्टर से पूछते हैं कहीं ऊ तो नहीं दबा गया ससुरा. हम आते तो क्या पता चार आना सपना हमरा बच ही जाता. कोई आ ही गयी होती. कोई मिल ही गयी होती. अब ई मत समझिएगा की हम अपनी औकात को भूल गए हैं. वैसे किशन भगवान् और लालू जी हमारी ही बिरादरी से ही हैं. वैसे तो गांधारी ने हमारे कुल को आमूल चूल नष्ट हो जाने का श्राप दिया था. पर हम बच गए, लालू जी के साथ. ही ही ही. पर हैं तो हम ग्वाले ही की औकात के ना. पर सपना चाहे अमिताभ का हो या हमारा, वो तो औकात नहीं देखता न. सो, वही हमारे सपने में भी दू आना चार आना बच जाता अगर आप बुलाय लेते.
पर बुलाया किसको आपने. ऊ धूम के धुआं को. अरे ऊ तो जिंदा बच भी नहीं पाया था. हृतिक तो बच भी गया था. और उसके पास तो एक भैंसिया तो पहले से ही है. बिपासा कहते है न उसको. ऊ का करेगा सपना सजा के? और किसको तो बुलाये!! सुरेश रैना को . अरे जिसके नाम में ही रैना है ऊ आपके ज़िन्दगी में का खा के सवेरा करेगा? देखिएगा ऊ पक्का आपकी साक्षी जी पर लाइन वा मारेगा. अब का करें ई साक्षी जी के लिए “भाभी” शब्द जबान से फिसलिये न रहा है न. इहाँ हम का का नहीं सोचे थे आपकी दुल्हनिया की लेकर और आप ई साक्षी के साथ अग्नि का साक्षी ले बैठे. और हमको बुलाये भी नहीं. हम होते तो का पता हमरे नाम अकलू से आपको थोड़ी सी अक्कल ही आ जाती. अरे हम तो तभी से आपका फैन कूलर बने बैठे हैं जबसे हमको पता लगा की आप दिन में 4 किल्लो दूध पीते हैं शुद्ध. पाकिट वाला नहीं. ई अमूल और मदर देरी तो हमरा धंधा का इतना नुक्सान कर चूका है न की का बतावें जितना की बिना पानी मिलाये दूध बेचना भी नहीं किया. हमको लगा की कोई और हमारा ख्याल करे न करे , आप तो कीजियेगा ही. अब आपके यहाँ शुद्ध पनीर कैसे बनेगा , हमको तो फिकर हो रहा है. हमरा सपना गया सो गया. पर ई तो विवाह है न जी.
खैर , अपने रिसेप्सन में ई देख लीजियेगा की ऊ बिपाशा भैंसी हमारी भैंसिया के सामने न फटके . ऊ का है न की उसको जलन हो गया तो. रिसेप्सन का कार्ड अभी तक तो नहीं आया है, पर शादी में तो हम ज़ब्त कर गए. अब ना आये तो आप बुरा नहीं मान जाइयेगा. और हमको कार्ड का का ज़रुरत? अरे दूध नहीं चाहिए का अब? बाकी बात सब रिसेप्सन में आ कर करेंगे. और हाँ , आपको शादी का बहुत बहुत मुबारकबाद.
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