सबने पी रखी थी. कुछ भंड थे, कुछ को बस चढ़ी ही थी, कुछ चढ़ी होने का नाटक कर रहे थे और कुछ चढ़ी होने के बाद चढ़ी न होने का नाटक कर रहे थे. ये योर्स ट्रूली को ठीक ठीक याद नहीं की ये ट्रांस्क्रिप्ट में कौन किस state में था. खैर…
" यार ऑफिस में एक लड़की पसंद आ गयी है. पर by god हमारा कोई कनेक्शन ही नहीं है कि कभी आँख भी मिले. बस कभी कभी इधर उधर मैडम जी उठती हैं तो हम ताड़ने लगते हैं. सो बस ताड़ने भर का connection है."
"अबे भाई तू टेंशन न ले. पहले तो facebook पर friend request मार दे. फिर देखते हैं."
"यार नयी नयी आई है. साला कोई जुगाड़ लगा रखा है कि बिना mututal friend के कोई friend request ही न भेज सकता है. ये एक तो पहले तो कोई लड़की हमको ऐसे ही घास नहीं डालती है और ऊपर से ये facebook वाले तिकड़म भिड़ा कर हमको काँटा भी नहीं डालने देते. भक्क साला. ज़िन्दगी ही.... समझ गए न बाकी."
"हम्म्म … Problem तो है. तू एक काम कर. ऐसा कभी मौका मिले तो उसको ignore मत करियो कभी."
"भाई ताड़ने समझता है ना? 'ना इग्नोर कर पाने' की चरमावस्था को ताड़ना कहते हैं. कभी न सुना हो तो."
"अबे मेरा मतलब कि कभी नज़र उठा कर देखे तो घबरा कर इधर उधर मत देखने लग जाना. समझे?"
"हमको काहे देखेगी बे वो? हम क्या जॉन अब्राहम हैं?"
बीच में कोई टपका. कौन टपका ये याद नही. सो न पूछें.
"अबे बिहारी. कहाँ जॉन अब्राहम तक पहुँच गया. रवि किशन तक ही रह ना. "
"क्यूं भैया? आप अगर अंडमान निकोबार से होते तो क्या खुद को indigenous pygmies से खुद को compare करते? वैसे फिर से सोचें तो क्या पता कर ही लेते. "
थोड़ी देर तक बातें ठहाकों में डूब गयीं. वैसे कोई ख़ास मज़ेदार joke भी नहीं था. पर पी कर भंड होने के बाद चीज़ें कुछ magnify होकर दिखने लगती हैं. दोस्त भाई बन जाते हैं. Crushes गर्लफ्रेंड्स बन जाती हैं. गर्लफ्रेंड्स property बन जाती हैं कभी कभी. और सारे चूतिये किसी न किसी चीज़ में expert बन जाते हैं. और कहीं न कहीं तो ऐसे ही हर लड़का लड़कियों के मामले में खुद को expert ही समझता है. अमूमन दारू की ज़रुरत भी नहीं पड़ती.
"अच्छा तो तू उसे दिन भर ताड़ता रहता है तो काम भी कभी करता है?"
" देख एक तो directly तब ही ताड़ता हूँ जब वो सीट से उठती है. और भाई ने Facebook पर ढूंढ रखा ही है. तो मैडम को हर दूसरे दिन Profile Picture बदलने का शौक़ है. तो बेटा एक window में खोल कर रखता हूँ और दिन में दो चार बार refresh कर लेता हूँ page. ताड़ने में भी भाई ने technological जुगाड़ पेल रखा है."
"अबे साले ठरकी. तुम्हारे जैसे लोगों के लिए ही arranged marriage मुंह फाड़ के खड़ा रहता है स्वागत करने के लिए. बस माँ बाप ही तुम्हारे काम आयेँगे. खुद से तो बोला जाएगा नहीं कुछ."
" अच्छा क्या बोल दें? नहीं अब साला explain करो कि क्या बोल दें?"
"कि तुम मुझे अच्छी लगती हो etc etc . जैसे date के लिए पूछते हैं लोग."
"अच्छा एक काम करते हैं. Act करके बता. मान ले कि तू मैं है और मैं वो लड़की हूँ. चल. Done ?
"अच्छा चल देख ध्यान से. ठीक है चल."
*Act -1*
"Excuse me ."
"Yes?"
"Errr... "
"भाई देख ऐसा है न उसके Yes बोलते ही मैं ऐसे भागूंगा न जैसे इमरान खान पेशावर के स्कूल से भागा था. तो आप मुझे play कर रहे हैं तो करैक्टर में रहिये और मेरे यानी कि मैडम जी के yes कहते ही फूट लीजिये शराफत से. समझे कि नहीं?"
" अबे बकचोदी। यहाँ मैं तुझे बस play कर रहा हूँ. वो भी तुझे educate करने के लिए. तेरी नक़ल नहीं उतार रहा. उसके लिए तू ही काफी है. फिर से start करते हैं चल. Ok?"
*Act -2 *
"Excuse me."
"Yes ?"
"Errr… "
"Just a second . तू वही है न जो दिन भर मेरे को ताड़ता रहता है? Boss what is the deal? Problem क्या है तुम्हारी? दिल्ली पुलिस में complaint करूं तुम्हारी?"
-
-
-
"भक साला. भंड लोगों को कुछ advice देना ही चुतियापा है."
"भाई तू तो बुरा मान गया यार. चल एक बार फिर try करते हैं."
"बेटा पर तुमसे न हो पायेगा. समझ में आ गया बस. तुम बस अपनी जान बचाओ . मोहसिना ले जाएगा कोई फैज़ल जिसमे थोड़ा गूदा होगा.
"यार ऐसे सुल्तान न बनो तुम. तुम्हारी बहन नहीं लगती वो. चल dialogue बोल अपना."
*Act -3*
"Excuse me."
"Yes ."
"Err.. I was wondering if you will come if I ask you out for a coffee, or a movie or if you don't like coffee or movies then just for a walk or maybe..you know I was just wondering."
"Well, I am always up for a coffee but now I am wondering if you would be as wondering about asking me out if you knew I have a long-term boyfriend."
*SILENCE*
"साले जब तुझे पता है कि उसका बंदा है तो कहीं और जा कर अपना मुंह मार न. खामख्वाह क्यों अपना दिल दहला रहा है?"
"यार हर hot लड़की का बंदा तो होता ही है. मेरे जैसे बेकार दिखने वाले, कम कमाने वाले, non-charming लौंडो को ये बात factor करके चलनी चाहिए कि सबसे ज्यादा सिंगल दिखने वाली लड़की का भी बंदा होगा. और जो न हो तो भी हमारी शकल देख कर वो बोल देगी कि भाई मैं तो long - term रिलेशनशिप में हूँ. "
*Pensive, profound silence.*
"फिर से try करना है क्या?"
"ना रे. छोड़ अब. जो साला reject ही होना है तो facebook पर friend request भेज कर sophisticated तरीके से ही reject हो जाते हैं. किसी को पता भी नहीं चलेगा. ये बता convergys खुला होगा क्या अभी?"
फिर हम इस पूजा तो छोड़ कर पेट-पूजा करने चले गये.
" यार ऑफिस में एक लड़की पसंद आ गयी है. पर by god हमारा कोई कनेक्शन ही नहीं है कि कभी आँख भी मिले. बस कभी कभी इधर उधर मैडम जी उठती हैं तो हम ताड़ने लगते हैं. सो बस ताड़ने भर का connection है."
"अबे भाई तू टेंशन न ले. पहले तो facebook पर friend request मार दे. फिर देखते हैं."
"यार नयी नयी आई है. साला कोई जुगाड़ लगा रखा है कि बिना mututal friend के कोई friend request ही न भेज सकता है. ये एक तो पहले तो कोई लड़की हमको ऐसे ही घास नहीं डालती है और ऊपर से ये facebook वाले तिकड़म भिड़ा कर हमको काँटा भी नहीं डालने देते. भक्क साला. ज़िन्दगी ही.... समझ गए न बाकी."
"हम्म्म … Problem तो है. तू एक काम कर. ऐसा कभी मौका मिले तो उसको ignore मत करियो कभी."
"भाई ताड़ने समझता है ना? 'ना इग्नोर कर पाने' की चरमावस्था को ताड़ना कहते हैं. कभी न सुना हो तो."
"अबे मेरा मतलब कि कभी नज़र उठा कर देखे तो घबरा कर इधर उधर मत देखने लग जाना. समझे?"
"हमको काहे देखेगी बे वो? हम क्या जॉन अब्राहम हैं?"
बीच में कोई टपका. कौन टपका ये याद नही. सो न पूछें.
"अबे बिहारी. कहाँ जॉन अब्राहम तक पहुँच गया. रवि किशन तक ही रह ना. "
"क्यूं भैया? आप अगर अंडमान निकोबार से होते तो क्या खुद को indigenous pygmies से खुद को compare करते? वैसे फिर से सोचें तो क्या पता कर ही लेते. "
थोड़ी देर तक बातें ठहाकों में डूब गयीं. वैसे कोई ख़ास मज़ेदार joke भी नहीं था. पर पी कर भंड होने के बाद चीज़ें कुछ magnify होकर दिखने लगती हैं. दोस्त भाई बन जाते हैं. Crushes गर्लफ्रेंड्स बन जाती हैं. गर्लफ्रेंड्स property बन जाती हैं कभी कभी. और सारे चूतिये किसी न किसी चीज़ में expert बन जाते हैं. और कहीं न कहीं तो ऐसे ही हर लड़का लड़कियों के मामले में खुद को expert ही समझता है. अमूमन दारू की ज़रुरत भी नहीं पड़ती.
"अच्छा तो तू उसे दिन भर ताड़ता रहता है तो काम भी कभी करता है?"
" देख एक तो directly तब ही ताड़ता हूँ जब वो सीट से उठती है. और भाई ने Facebook पर ढूंढ रखा ही है. तो मैडम को हर दूसरे दिन Profile Picture बदलने का शौक़ है. तो बेटा एक window में खोल कर रखता हूँ और दिन में दो चार बार refresh कर लेता हूँ page. ताड़ने में भी भाई ने technological जुगाड़ पेल रखा है."
"अबे साले ठरकी. तुम्हारे जैसे लोगों के लिए ही arranged marriage मुंह फाड़ के खड़ा रहता है स्वागत करने के लिए. बस माँ बाप ही तुम्हारे काम आयेँगे. खुद से तो बोला जाएगा नहीं कुछ."
" अच्छा क्या बोल दें? नहीं अब साला explain करो कि क्या बोल दें?"
"कि तुम मुझे अच्छी लगती हो etc etc . जैसे date के लिए पूछते हैं लोग."
"अच्छा एक काम करते हैं. Act करके बता. मान ले कि तू मैं है और मैं वो लड़की हूँ. चल. Done ?
"अच्छा चल देख ध्यान से. ठीक है चल."
*Act -1*
"Excuse me ."
"Yes?"
"Errr... "
"भाई देख ऐसा है न उसके Yes बोलते ही मैं ऐसे भागूंगा न जैसे इमरान खान पेशावर के स्कूल से भागा था. तो आप मुझे play कर रहे हैं तो करैक्टर में रहिये और मेरे यानी कि मैडम जी के yes कहते ही फूट लीजिये शराफत से. समझे कि नहीं?"
" अबे बकचोदी। यहाँ मैं तुझे बस play कर रहा हूँ. वो भी तुझे educate करने के लिए. तेरी नक़ल नहीं उतार रहा. उसके लिए तू ही काफी है. फिर से start करते हैं चल. Ok?"
*Act -2 *
"Excuse me."
"Yes ?"
"Errr… "
"Just a second . तू वही है न जो दिन भर मेरे को ताड़ता रहता है? Boss what is the deal? Problem क्या है तुम्हारी? दिल्ली पुलिस में complaint करूं तुम्हारी?"
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"भक साला. भंड लोगों को कुछ advice देना ही चुतियापा है."
"भाई तू तो बुरा मान गया यार. चल एक बार फिर try करते हैं."
"बेटा पर तुमसे न हो पायेगा. समझ में आ गया बस. तुम बस अपनी जान बचाओ . मोहसिना ले जाएगा कोई फैज़ल जिसमे थोड़ा गूदा होगा.
"यार ऐसे सुल्तान न बनो तुम. तुम्हारी बहन नहीं लगती वो. चल dialogue बोल अपना."
*Act -3*
"Excuse me."
"Yes ."
"Err.. I was wondering if you will come if I ask you out for a coffee, or a movie or if you don't like coffee or movies then just for a walk or maybe..you know I was just wondering."
"Well, I am always up for a coffee but now I am wondering if you would be as wondering about asking me out if you knew I have a long-term boyfriend."
*SILENCE*
"साले जब तुझे पता है कि उसका बंदा है तो कहीं और जा कर अपना मुंह मार न. खामख्वाह क्यों अपना दिल दहला रहा है?"
"यार हर hot लड़की का बंदा तो होता ही है. मेरे जैसे बेकार दिखने वाले, कम कमाने वाले, non-charming लौंडो को ये बात factor करके चलनी चाहिए कि सबसे ज्यादा सिंगल दिखने वाली लड़की का भी बंदा होगा. और जो न हो तो भी हमारी शकल देख कर वो बोल देगी कि भाई मैं तो long - term रिलेशनशिप में हूँ. "
*Pensive, profound silence.*
"फिर से try करना है क्या?"
"ना रे. छोड़ अब. जो साला reject ही होना है तो facebook पर friend request भेज कर sophisticated तरीके से ही reject हो जाते हैं. किसी को पता भी नहीं चलेगा. ये बता convergys खुला होगा क्या अभी?"
फिर हम इस पूजा तो छोड़ कर पेट-पूजा करने चले गये.
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